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बीजापुर में सुरक्षाकर्मी की हत्या
चर्चा में क्यों?
हाल ही में छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में माओवादियों द्वारा लगाए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) विस्फोट में आठ सुरक्षाकर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई।
प्रमुख बिंदु
- घटना के बारे में:
- यह घटना उस समय घटी जब संयुक्त अभियान दल अबूझमाड़ के जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान से लौट रहा था।
- मृतकों में डिस्ट्रिक्ट रिज़र्व गार्ड (DRG) और बस्तर फाइटर्स के सदस्य शामिल थे, जो बस्तर क्षेत्र में वामपंथी उग्रवाद से लड़ने वाले विशेष बल हैं।
- सरकार की प्रतिक्रिया:
- केंद्रीय गृह मंत्री ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया।
- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने इस कृत्य की निंदा की तथा इसे नक्सलियों द्वारा जारी आतंकवाद विरोधी अभियानों से उत्पन्न हताशा बताया।
इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस
- इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) एक घरेलू बम है जिसे लक्ष्यों को नष्ट करने या अक्षम करने के लिये डिज़ाइन किया गया है, जिसका उपयोग आमतौर पर अपराधियों, आतंकवादियों और विद्रोहियों द्वारा विभिन्न रूपों में किया जाता है।
- IED का कई तरीकों से परिवहन किया जा सकता है, जिसमें वाहनों द्वारा, व्यक्तियों द्वारा रखा जाना, या सड़क के किनारे छिपाया जाना शामिल है। वर्ष 2003 में शुरू हुए इराक युद्ध के दौरान इसे प्रमुखता मिली।
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